एसआईटी ने कोर्ट को बताया था कि ट्रेन में आग लगाए जाने से मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए विधानसभा में शोक सभा का आयोजन किया गया था। शोक सभा के आयोजन के बाद माया कोडनानी नरोदा गांव पहुंची और भीड़ को हिंसा के लिए उकसाया।
केंद्र सरकार ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर और यूट्यूब को डॉक्यूमेंट्री के लिंक ब्लॉक करने का निर्देश दिया था। विदेश मंत्रालय ने इस डॉक्यूमेंट्री पर प्रतिक्रिया देत हुए इसे 'प्रोपेगैंडा फिल्म' कहा था, जिसमें निष्पक्षता की कमी है और औपनिवेशिक मानसिकता को दर्शाती है।