क्या अब ईपीएफओ के सदस्यों को उनकी जमा राशि पर उतना ब्याज नहीं मिलेगा जितना ज़्यादा मिलता रहा है? जानिए, आख़िर ब्याज दर की घोषणा से पहले वित्त मंत्रालय से मंजूरी लेने को क्यों कहा गया।
पिछली कई बार से जहाँ ईपीएफ़ओ कर्मचारियों की जमा निधि पर ब्याज दर घटाता रहा था वहीं इस बार मामूली बढ़ोतरी की गई है। जानिए, कर्मचारियों को कितना फायदा होगा।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने नए पेंशन नियमों का संयुक्त फॉर्म जारी किया है। इसका फायदा उन्हें मिल सकता है जो उच्च पेंशन योजना का लाभ 2014 के बाद नहीं ले पाए। काफी लोग रिटायर हो गए और काफी लोग नौकरियां छोड़ गए। बदले नियमों का फॉर्म उन्हीं के लिए है।
क्या मोदी सरकार लोगों के कल्याण का काम नहीं कर रही है? महंगाई बढ़ने के बीच अब राहुल गांधी ने क्यों कहा कि घर का पता लोक कल्याण मार्ग रख लेने से कल्याण थोड़े होगा?
ब्याज दर में कटौती का सीधा नुकसान उन कर्मचारियों को होगा जिन की तनख़्वाह में से पीएफ का पैसा कटता है। बड़े पैमाने पर कर्मचारी संगठन और राजनीतिक दल इस फैसले का विरोध कर सकते हैं।
पीएफ़ पर ब्याज दर घटा दी गई है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफ़ओ ने 2019-20 के लिए पीएफ़ पर ब्याज दर 8.50 फ़ीसदी कर दिया है। यह 2018-19 के लिए 8.65 फ़ीसदी थी।