देश में आरएसएस-भाजपा की मनुवादी सत्ता और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संविधान सम्मत सत्ता के बीच संघर्ष तेज हो रहा है। अगर इसे देश के लोगों ने ठीक से नहीं समझा तो देश में ब्राह्मणवादी सत्ता का दौर लौट आयेगा। पिछले दस वर्षों में आरएसएस लगातार उसी ब्राह्मणवादी सत्ता के लिए रास्ता बनाने में जुटा हुआ है। विश्लेषक रविकान्त बता रहे हैं कि राहुल गांधी के हाल के भाषणों से इस बात को समझा जा सकता है कि संविधान बचाने की लड़ाई को लड़ा जाना जरूरी है। सत्ता प्राप्त लक्ष्य नहीं है, अंबेडकर के संविधान को बचाना जरूरी है। जरूरी लेखः