भारत में एंटीबायोटिक दवाओं की बेरोकटोक बिक्री पर लैंसेट की रिपोर्ट में सवाल उठाया गया है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में भी ऐसा केस आ चुका है कि किस तरह कुछ डॉक्टर और दवा कंपनियां मिलकर इस गोरखधंधे को चला रही हैं। जानिए पूरी कहानी।
कोविड 19 महामारी के दौरान एक दवा कंपनी ने डॉक्टरों पर एक हजार करोड़ रुपये की रेवड़ियां लुटाईं। ऐसा इसलिए किया गया कि डॉक्टर सिर्फ वही और उसी कंपनी की दवा लिखें। यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। अदालत ने सरकार से एक हफ्ते में जवाब मांगा है।
मोदी के 'बयान' पर IMA ने कहा- साबित करें या माफ़ी मांगें।अक्षत-रोहित और कोमल शर्मा पुलिस की पकड़ से बाहर।राहुल के ख़िलाफ़ बोला तो फ़ैकल्टी मेंबर को भेजा छुट्टी पर।Satya Hindi