बांग्लादेश की घटनाओं के फर्जी वीडियो बनाकर उसके सहारे भारत में हिन्दुओं को भड़काना एक अपराध है, लेकिन कहीं कोई एफआईआर या कार्रवाई नफरत फैलाने वाले वीडियो पर हुई। क्या आपने कभी सोचा कि अगर किसी देश में कोई अल्पसंख्यक लूटा-मारा जा रहा होगा तो उसकी पहली मांग दुर्गा पूजा की छुट्टी की मांग, संसद में रिजर्वेशन की होगी या पहले अपने जान-माल की सुरक्षा की होगी। लेकिन भारत के कथित राष्ट्रवादी अंध राष्ट्रभक्त इस पर विचार को तैयार नहीं। जाने-माने स्तंभकार अपूर्वानंद की आंख खोल देने वाली टिप्पणी पढ़िए और दोस्तों को पढ़वाइएः