लॉकडाउन के कारण घर में बैठे-बैठे यदि आप ऊब गए हैं तो फ़िल्में देख सकते हैं। लॉकडाउन के दौरान सभी सिनेमा हॉल भी बंद हैं इसलिए घर बैठे-बैठे आप अपने फ़ोन में आराम से अच्छी फ़िल्में देख सकते हैं।
‘आर्टिकल 15’ वर्तमान भारत को न केवल झकझोरती है बल्कि उसके सामने एक ऐसा नंगा सच सामने लाकर खड़ा कर देती है जिससे सिर्फ़ आँखें ही चुराया जा सकता है। लेकिन इस फ़िल्म का संदेश क्या है? क्या ऊँची जाति ही दिला सकती है दलितों को इंसाफ़?