महात्मा गांधी के बारे में गलत शब्द बोलने वाले कथित बाबा कालीचरण पर महाराष्ट्र के मंत्री जितेन्द्र आव्हाड ने ठाणे में केस दर्ज कराया है।
यह केस नौपदा पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया गया है।
अभी तक कालीचरण की गिरफ्तारी नहीं होने और केस दर्ज नहीं किए जाने को लेकर सवाल हो रहे थे।
कथित धर्म संसद छत्तीसगढ़ में हुई थी। इसलिए सवाल इस बात पर हैं कि कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ और कांग्रेस समर्थित महाराष्ट्र सरकारों ने अभी तक इस विवादास्पद मामले में उसकी गिरफ्तारी नहीं की है।
छत्तीसगढ़ में तो एफआईआर भी हो चुकी है, लेकिन गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई।
महाराष्ट्र के ठाणे में कालीचरण के खिलाफ एफआईआर कराने वाले जितेन्द्र आव्हाड़ एनसीपी के नेता हैं और उद्धव ठाकरे कैबिनेट में मंत्री हैं।
वह कल से इस मामले में रोष जता रहे थे। आज वो भीड़ के साथ नौपदा पुलिस थाने पहुंचे और उसके खिलाफ शिकायत दी। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली।
इस मामले में अभी तक कि स्थिति यह है कि कालीचरण फरार हो गया है।
कल आया था वीडियो
आरोपी कालीचरण का मंगलवार को एक वीडियो आया था, जिसमें वो कहते देखा गया कि उसे महात्मा गांधी को अपशब्द कहने का अफसोस नहीं है।
At yet another anti-Muslim Dharam Sansad, Kalicharan Maharaj (a regular panellist on Sudarshan TV and shows of far-right YouTuber Pushpendra Kulshrestha) abuses Mahatma Gandhi and glorifies his assassin. This time in Congress ruled Chhattisgarh. pic.twitter.com/D2fkZkdu14
— Alishan Jafri (@alishan_jafri) December 26, 2021
बता दें कि छत्तीसगढ़ में उसी मंच से ही कई साधुओं ने कालीचरण का विरोध खुलकर किया था। उन्होंने कालीचरण को काफी खरी-खोटी भी सुनाई।
छत्तीसगढ़ धर्म संसद की आयोजक संस्था नीलकंठ सेवा संस्थान ने भी कालीचरण की निन्दा करते हुए, उसके बयानों से खुद को अलग कर लिया था।
Organiser of the Dharm Sansad, Mahant Ram Sundar Das Ji took a strong stand against Kalicharan's speech and even scolded the audience for clapping when Kalicharan called Mahatma Gandhi "harami". He distanced himself from the Dharm Sansad. pic.twitter.com/912wP2cN96
— Kaushik Raj (@kaushikrj6) December 26, 2021
छत्तीसगढ़ पुलिस ने महाराष्ट्र में उसके घर पर समन भी तामील करा दिया है।
महाराष्ट्र में आज एफआईआर के बाद उसकी जोरशोर से तलाश शुरू हो गई है।
बीजेपी इस प्रकरण में कालीचरण के विरोध में है।
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