सबरीमला पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के ख़िलाफ़ जगह जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। ये प्रदर्शन मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी और उससे जुड़े संगठन कर रहे हैं। हाल ही में उससे वैचारिक समानता रखने वाली पार्टी शिव सेना भी इसमें कूद पड़ी है।
ग़ौर से देखने से साफ़ लगता है कि इस पूरे मामले को हिंदुत्ववादी संगठनों ने ‘हाइजैक’ कर लिया है। अदालत ने अपने निर्णय में कहा कि किसी भी उम्र की औरतों को केरल के सबरीमला स्थित अयप्पा के मंदिर में घुसने से रोका नहीं जा सकता। इस फ़ैसले को राज्य बीजेपी ने हाथोहाथ लपक लिया।
