"मध्यरात्रि की इस बेला में जब पूरी दुनिया नींद के आगोश में सो रही है हिंदुस्तान एक नए और आजाद वातावरण में अपनी आंख खोल रहा है। यह एक ऐसा क्षण है जो इतिहास में बहुत ही कम प्रकट होता है। जब हम पुराने युग से नए युग में प्रवेश करते हैं। जब एक युद्ध खत्म होता है और जब एक देश की बहुत दिनों से दबाई गई आत्मा अचानक अपनी अभिव्यक्ति पा लेती है।"
देश में सांप्रदायिक तत्व सत्ता में आये तो मौत व बर्बादी का तांडव होगा: नेहरू
- विचार
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- 29 May, 2021

आज़ादी की लड़ाई में जीवन के 9 साल ब्रिटिश जेलखाने के अंदर बिताने वाले नेहरू ने लगातार 17 साल प्रधानमंत्री रहते हुए देश में विज्ञान, शोध और तर्कवाद की ज़मीन सींची।
14 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि कॉउन्सिल हॉल में पंडित नेहरू के इस वक्तव्य के साथ ही वर्षों से औपनिवेशिक दासता झेल रहे भारत ने एक नए युग में प्रवेश कर लिया था। आधुनिक, तार्किक, वैज्ञानिक और समतापरक दृष्टिकोण वाले जवाहर लाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री बने थे।