"मध्यरात्रि की इस बेला में जब पूरी दुनिया नींद के आगोश में सो रही है हिंदुस्तान एक नए और आजाद वातावरण में अपनी आंख खोल रहा है। यह एक ऐसा क्षण है जो इतिहास में बहुत ही कम प्रकट होता है। जब हम पुराने युग से नए युग में प्रवेश करते हैं। जब एक युद्ध खत्म होता है और जब एक देश की बहुत दिनों से दबाई गई आत्मा अचानक अपनी अभिव्यक्ति पा लेती है।"