बीजेपी विधायक नितेश राणे कोंकण में रहने वाले लोगों को गणपति उत्सव मनाने के लिए मुंबई से एक ट्रेन से भेज रहे हैं, इसका नाम 'मोदी एक्सप्रेस' रखा गया है। विधायक नितेश राणे द्वारा ट्रेन का नाम मोदी एक्सप्रेस रखे जाने पर शिवसेना ने तंज कसा है।
शिवसेना का कहना है कि अब प्रधानमंत्री मोदी कोंकण और भगवान गणपति से भी बड़े हो गए हैं, इसलिए ट्रेन का नाम 'मोदी एक्सप्रेस' रखा है। अच्छा होता कि ट्रेन का नाम 'कोंकण एक्सप्रेस' या 'गणपति एक्सप्रेस' रखते। कोंकण रेलवे ने ट्रेन का नाम 'मोदी एक्सप्रेस' रखने पर अपना पल्ला झाड़ लिया है।
बीजेपी विधायक नितेश राणे पिछले सात सालों से मुंबई में बसे कोकण वासियों के लिए हर साल गणपति उत्सव में मुंबई से सावंतवाड़ी, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग भेजने का इंतजाम करते हैं।
पूरी ट्रेन बुक
हर साल वह इन लोगों को बसों के जरिए उनके स्थानों तक भेजने का इंतजाम किया करते थे, लेकिन इस बार नारायण राणे के केंद्र में मंत्री बनने की खुशी में नितेश राणे ने एक पूरी ट्रेन को ही बुक कर लिया। इस ट्रेन में करीब पंद्रह सौ लोगों को कोंकण भेजा गया है।
यह ट्रेन मंगलवार को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से सुबह रवाना हुई। लेकिन यह ट्रेन उस समय विवादों में आ गई जब इस ट्रेन के बाहर 'मोदी एक्सप्रेस' के पोस्टर छपे मिले।
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ट्रेन का नाम 'गणपति स्पेशल' या 'कोंकण स्पेशल' ट्रेन रखा जा सकता था, लेकिन 'मोदी एक्सप्रेस' नाम रखने के चलते नितेश राणे ने ना केवल कोंकण वासियों को ठेस पहुँचाई है, बल्कि गणेश भगवान का भी अपमान किया है।
कृष्णा हेगड़े, शिवसेना नेता
कोंकण रेलवे ने पल्ला झाड़ा
ट्रेन का नाम 'मोदी एक्सप्रेस' रखने के बारे में सेंट्रल रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार का कहना है कि रेलवे की तरफ से इस ट्रेन का नाम 'मोदी एक्सप्रेस' नहीं रखा गया है क्योंकि इस ट्रेन को बीजेपी विधायक नितेश राणे ने प्राइवेट तौर पर बुक किया है। ऐसे में ट्रेन का नाम क्या रखा जाए इसमें रेलवे की कोई दखलंदाजी नहीं होती है।
सुतार का कहना है कि ट्रेन की बुकिंग आईआरसीटीसी के जरिए की गई है, इसलिए यह उस व्यक्ति पर निर्भर करता है कि ट्रेन का क्या नाम रखा जाए जिसने इस ट्रेन को बुक किया है।
बीजेपी विधायक नितेश राणे से मोदी एक्सप्रेस ट्रेन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शिवसेना को इस तरह के धार्मिक कार्यों में राजनीति नहीं करनी चाहिए।
राणे ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि अचानक शिवसैनिकों को हिंदू धार्मिक त्योहारों से इतनी नफ़रत क्यों होने लगी है।
आपको बता दें कि हर साल नितेश राणे मुंबई में रहने वाले कोंकण वासियों के लिए हर साल मुंबई से कोकण भेजने का पूरा इंतजाम किया करते रहे हैं। हर साल वह लोगों को बसों से भेजा करते थे, लेकिन इस बार पूरी ट्रेन को बुक करके एक साथ ही लोगों को भेजा गया है। इसके लिए लोगों को एक वक्त का खाना भी मुहैया कराया गया।
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