लोक जनशक्ति पार्टी के युवराज चिराग पासवान के ताज़ा बयान ने बिहार में एनडीए गठबंधन की बेचैनी को फिर सतह पर ला दिया है। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे और लोक जनशक्ति पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए अब बिहार में सीटों का बँटवारा तुरंत करने की माँग उठाई है। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि चिराग ने सात दिनों के अंदर सीटों का बँटवारा नहीं होने पर एनडीए छोड़ने की भी धमकी दी है। बीजेपी ने उसे पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के बिहार दौरे के बाद सीटों के बँटवारे पर सभी घटकों में सहमति की घोषणा की थी। लेकिन चिराग पासवान साफ़ कह रहे हैं कि बीजेपी नेताओं से कई मुलाक़ातों के बाद भी ठोस फ़ैसला नहीं हो पाया है। बेचैनी का सबब?
बिहार में एनडीए के घटक राष्ट्रीय लोक समता पार्टी यानी आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी हाल में केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया और एनडीए से अलग होने की घोषणा कर दी। कुशवाहा ने लालू यादव के राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के गठबंधन 'युनाइटेड डेमॉक्रैटिक अलायंस' के साथ जाने का फ़ैसला किया है।
बीजेपी से क्यों नाराज़ हैं रामविलास पासवान?
- विश्लेषण
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- 19 Dec, 2018
उपेंद्र कुशवाहा के एनडीए छोड़ने के बाद अब चिराग पासवान ने सीट बँटवारे पर गठबंधन को अल्टिमेटम दी है। लेकिन बीजेपी पर इसका क्या असर पड़ेगा?
