इस्लामिक किताबों में गजवा-ए-हिंद की अवधारणा (Concept) को लेकर दिए गए स्पष्टीकरण ने मदरसा दारुल उलूम देवबंद को विवादों में ला दिया है। भाजपा और दक्षिणपंथी मीडिया ने आरोप लगाया है कि यह मदरसा बच्चों को 'जिहाद' सिखा रहा है।' राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कथित फतवे को लेकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उसने यूपी सरकार को सहारनपुर स्थित इस्लामिक शिक्षा केंद्र दारुल उलूम देवबंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश जारी किया है। इस संबंध में दारुल उलूम देवबंद में उनके दो फोन नंबरों पर फोन करके सत्य हिन्दी ने मदरसे का पक्ष जानना चाहा, लेकिन दोनों नंबर से कोई जवाब नहीं मिला, रिंग जाती रही।
गजवा-ए-हिन्द विवाद में दारुल उलूम देवबंद घिरा, लेकिन क्या उसने समर्थन किया?
- देश
- |
- |
- 22 Feb, 2024

यह विवाद तब शुरू हुआ जब एक शख्स ने गजवा-ए-हिंद के बारे में ऑनलाइन जानकारी मांगी। दारुल उलूम देवबंद ने गजवा हिन्द की पूरी अवधारणा उस शख्स को समझाई। हालांकि दारुल उलूम देवबंद ने गजवा-ए-हिन्द का कहीं से भी समर्थन नहीं किया। लेकिन भाजपा और एक अन्य संस्था का आरोप है कि दारुल उलूम इसका प्रचार कर रहा है। उसने सहारनपुर पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में सत्य हिन्दी ने फोन पर दारुल उलूम देवबंद से संपर्क कर उनका पक्ष जानना चाहा, लेकिन फोन एक बार भी नहीं उठा।