कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में कांग्रेस पर "वोटबैंक का वायरस" फैलाने के आरोप की तीखी आलोचना की। कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को "बाबासाहेब आंबेडकर का तब और अब का दुश्मन" करार दिया, जिससे आगामी विधायी बहसों से पहले तनाव और बढ़ गया। विपक्ष ने मोदी पर उनकी टिप्पणियों के लिए इस्लामोफोबिक बयान देने का भी आरोप लगाया, जिसने वक्फ अधिनियम को लेकर विवाद को और गहरा कर दिया।

हरियाणा के हिसार में एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने संविधान और डॉ. बी.आर. आंबेडकर के समानता के दृष्टिकोण को कमजोर किया है। मोदी ने कहा- "कांग्रेस संविधान का नाश करने वाली बन गई है। डॉ. बी.आर. आंबेडकर समानता लाना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस ने वोटबैंक की राजनीति का वायरस फैलाया।" मोदी ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ कांग्रेस के रुख की आलोचना करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने दावा किया कि यह कानून "जमीन की लूट" को रोकेगा और अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समेत हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लिए न्याय सुनिश्चित करेगा।