बार्क की एक रिपोर्ट से पता चला है कि पिछले सप्ताह (7-13 नवंबर) टीवी पर ऐड देने वाली कंपनियों में बीजेपी ने ऐमज़ॉन और ट्रिवागो जैसी बड़ी-बड़ी मल्टीनैशनल कंपनियों को भी पछाड़ दिया है। यानी बीजेपी टीवी पर विज्ञापन देने वाली 'नंबर वन कंपनी' हो गई है।

इसमें चौंकने वाली कोई बात नहीं है। चौंकने वाली बात यह भी नहीं है कि बीजेपी के पास इतना पैसा कहाँ से आया। केंद्र सहित देश के 19 राज्यों में अकेले या मिल कर राज करने वाली पार्टी को पैसों की भला क्या कमी होगी! फिर सारा उद्योग जगत बीजेपी और मोदी की वाहवाही (पढ़ें जी-हुज़ूरी) में लगा है। उद्योगपतियों से मोदी जी की मैत्री भी ढकी-छुपी बात नहीं है।मोदी ख़ुद भी कह चुके हैं कि मैं उनमें नहीं जो उद्योगपतियों को गाली देते हैं।

लेकिन मैं यहाँ दूसरी बात कर रहा था।