राजनीति किस तरह साहित्य और मिथकों से प्राण लेती है, पश्चिम बंगाल की मौजूदा राजनीति इसका एक उदाहरण है। बीजेपी के ‘जय श्री राम’ की चुनौती का जवाब तृणमूल की ओर से ‘जय माँ दुर्गा’ के रूप में आया। जब अमित शाह ने राम को पूरे भारत का आराध्य कहा, तब ममता बनर्जी ने पूछा, “क्या ये (बीजेपी वाले) दुर्गा के बारे में जानते हैं? क्या ये जानते हैं कि उनकी कितनी भुजाएँ हैं और वह कितने अस्त्र धारण करती हैं?”