दुनिया शांति के लिए जितनी एकजुटता दिखाती है युद्ध उसे उतना ही पीछे धकेल देता है। दुनिया के किसी न किसी कौन में युद्ध चलता ही रहता है। आज की दुनिया खतरनाक रूप से असंवेदनशील होती जा रही ह।  युद्ध दो पक्ष लड़ते हैं और फिर पूरी दुनिया इन दो पक्षों के साथ अपनी-अपनी सुविधा और स्वार्थों के हिसाब से खड़ी हो जाती ह।  युद्ध रोकने के लिए कोई काम नहीं करना चाहता। इस साल में रूस और यूक्रेन के बाद इजराइल और फिलिस्तीन के बीच ये दूसरा निर्मम युद्ध है। युद्ध की भेंट निर्दोष लोग चढ़ रहे हैं। लेकिन कोई नहीं बता सकता की ये युद्ध किसके नाम पर लड़े जा रहे हैं।