दुनिया शांति के लिए जितनी एकजुटता दिखाती है युद्ध उसे उतना ही पीछे धकेल देता है। दुनिया के किसी न किसी कौन में युद्ध चलता ही रहता है। आज की दुनिया खतरनाक रूप से असंवेदनशील होती जा रही ह। युद्ध दो पक्ष लड़ते हैं और फिर पूरी दुनिया इन दो पक्षों के साथ अपनी-अपनी सुविधा और स्वार्थों के हिसाब से खड़ी हो जाती ह। युद्ध रोकने के लिए कोई काम नहीं करना चाहता। इस साल में रूस और यूक्रेन के बाद इजराइल और फिलिस्तीन के बीच ये दूसरा निर्मम युद्ध है। युद्ध की भेंट निर्दोष लोग चढ़ रहे हैं। लेकिन कोई नहीं बता सकता की ये युद्ध किसके नाम पर लड़े जा रहे हैं।
आखिर ये युद्ध किसके नाम पर है?
- विश्लेषण
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- 29 Mar, 2025
युद्ध में लोग हमेशा कमजोर के साथ खड़े होते हैं या उससे हमदर्दी जताते हैं। लेकिन हमास-इजराइल युद्ध में कोई इजराइल के साथ है तो कोई हमास के साथ है। शांति की बात करने वाले, मानवता के साथ खड़े होने वाले कम हैं। राकेश अचल के विचार भी हमास-इजराइल युद्ध पर जानिए लेकिन इसे भी याद रखिए कि फिलिस्तीन में पिछले कई दशक से निर्दोष लोगों का जिस तरह कत्ल-ए-आम, उनकी जमीनों पर कब्जे किए गए हैं, वो ऐसे अपराध हैं, जिन पर पर्दा नहीं डाला जा सकता।
