दक्षिण एशिया में पिछले एक साल में हुए सत्ता परिवर्तन में भारत विरोधी एवं चीनपरस्त ताकतों को ही बल मिला है जिनमें नेपाल, पाकिस्तान, मालदीव, बांग्लादेश शामिल था और अब श्रीलंका ने  रविवार को 55 साल के वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके को नया राष्ट्रपति चुन कर भारत के लिए एक नया सिरदर्द पैदा कर दिया है। इस निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए तीन विशेष बातों का विस्तार से विवेचना जरूरी है, जिनमें 2022 में श्रीलंका की सड़क पर हुए संघर्ष  से उपजे हालात और उसका चुनाव पर प्रभाव, जनता विमुक्ति पेरमुना (जेवीपी; शाब्दिक अर्थ 'पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट')  पार्टी की जीत और अनुरा कुमारा दिसानायके की विचारधारा शामिल है।