क्या है रिपोर्ट में?
इस अध्ययन के बाद से पूरे ब्रिटेन में हंगामा मच गया है। वहाँ की सरकार जो अब तक कोरोना से लड़ने के लिये ज़्यादा सतर्क नहीं दिख रही थी, उसने युद्ध स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। लोगों को हिदायत दी गयी है कि वे जब तक अनिवार्य न हो घर से बाहर न निकले, पब, रेस्त्रां, थियेटर न जाये, लोगों से मिलना जुलना बंद करें।इसके पहले ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने एक रिपोर्ट में वैज्ञानिक शोधों के आधार पर कहा था कि अमेरिका में कोरोना से दो लाख से 20 लाख लोगों की मौत हो सकती है।
नील फ़र्ग्यूसन का शोध
न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी फ़र्ग्यूसन के शोध पर एक रिपोर्ट छापी है। इस रिपोर्ट में अख़बार ने दावा किया है कि नील फर्ग्यूसन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने संभावित मौत का आँकड़ा अमेरिकियों को बताया था।नील फ़र्ग्यूसन के मुताबिक़ 80 साल या इससे अधिक उम्र के लोग इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं और इनमें से 8-9 प्रतिशत लोगों की मौत हो सकती है।
ट्रंप प्रशासन के दिशा-निर्देश
इस रिपोर्ट के आने के बाद ही अमेरिकी प्रशासन ने स्वास्थ्य से जुड़े कदम उठाए और लोगों से संपर्क और मिलना जुलना कम करने को कहा। उन्होंने कहा, ‘लोगों को अलग-थलग करने के उपायों का असर बहुत ही सीमित होगा, कई बार हस्तक्षेप करना होगा ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।’ब्रिटिश वैज्ञानिक ने कहा, ‘बड़ी चुनौती वायरस को दबाने की है। लंबे समय तक ऐसा करना होगा, हम यह कह सकते हैं कि यदि इन प्रतिबंधों को जल्द ही हटा लिया गया तो संक्रमण लौट सकता है।’
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