कोरोना वायरस के पॉजिटिव डॉक्टर से मिलने के बाद जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने ख़ुद को क्वरेंटाइन कर लिया है। जर्मनी भी कोरोना वायरस की ज़बरदस्त चपेट में है और चांसलर मर्केल इस पर कड़ी नज़र रख रही हैं। वह इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए काफ़ी सक्रिय रही हैं। लेकिन इस बीच उनके क्वरेंटाइन में जाने से कई चीजें प्रभावित होंगी। उनके संभावित रूप से कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने की ख़बरें तब आईं जब एंजेला मर्केल ने कुछ मिनटों पहले ही जर्मनी में नियम और सख्त किए जाने की घोषणा की थी। मर्केल ने कहा था कि सार्वजनिक जगहों पर इकट्ठे होने पर पाबंदी लगाई जाती है और दो से ज़्यादा लोग एक साथ दिखाई नहीं देने चाहिए।
दरअसल, एक डॉक्टर शुक्रवार को उन्हें एक बैक्टीरिया को लेकर टीका लगाने गए थे। इसके बाद जब उन्हें पता चला कि जिस डॉक्टर के संपर्क में वह आई थीं उनकी रिपोर्ट कोरोना वायरस पॉजिटिव आई है तो उन्होंने ख़ुद को अपने घर पर अलग-थलग कर लिया। फ़िलहाल टेस्ट नहीं किया गया है क्योंकि इतनी जल्दी उसकी रिपोर्ट उतनी सटीक नहीं आएगी कि वह संक्रमित हैं या नहीं।
ऐसी एहतियात इसलिए बरती जा रही है क्योंकि जर्मनी में भी कोरोना वायरस का खौफ है। फ़िलहाल यूरोप इस वायरस के फैलने का केंद्र है। यूरोप में जर्मनी तीसरा ऐसा देश है जहाँ सबसे ज़्यादा इसका असर है। जर्मनी में 24 हज़ार से ज़्यादा पॉजिटिव मामले आ चुके हैं। अभी तक 94 लोगों की मौतें हुई हैं। इटली में सबसे ज़्यादा 5476 लोगों की मौत हुई है। इटली में 59 हज़ार से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं। दुनिया भर में अब तक 3 लाख 37 हज़ार से ज़्यादा पॉजिटिव मामले आ चुके हैं। 14 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और क़रीब 98 हज़ार लोग ठीक हो चुके हैं।
जर्मनी में फैले इस वायरस से लड़ने के लिए एंजेला मर्केल आज यानी सोमवार को कैबिनेट बैठक में 822 बिलियन यूरो की डील करने वाली थीं। इस डील से कोरोना वायरस की मार से डँवाडोल हो रही जर्मनी की अर्थव्यवस्था को सहायता मिलती।
इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए जर्मनी ने काफ़ी सख्त क़दम उठाए हैं। लोगों के इकट्ठे होने पर तो पाबंदी लगाई ही गई है, स्कूल-संस्थान पहले ही बंद कर दिए गए हैं। सिर्फ़ ज़रूरी चीजों वाली दुकानें ही खोलने की अनुमति दी गई है। पूरी जर्मनी में रेस्त्राँ को बंद कर दिया गया है।
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