कैपिटल बिल्डिंग यानी अमेरिकी संसद हिंसा मामले में भड़काऊ भाषण के आरोपों से अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को सीनेट में बरी कर दिया गया है। अमेरिकी संसद के ऊँच सदन सीनेट में महाभियोग के प्रस्ताव पर चर्चा के बाद यह फ़ैसला लिया गया।
राष्टपति डोनल्ड ट्रंप के मंत्रिमंडल के कुछ सदस्यों ने 20 जनवरी को उनके कार्यकाल ख़त्म होने के पहले ही उन्हें पद से हटाने की माँग की है। उन्होंने कहा है कि वे इसके लिए अमेरिकी संविधान के अनुच्छेद 25 का इस्तेमाल करेंगे।
अमेरिकी संसद के निचले सदन (भारत के लोकसभा की तरह) हाउस ऑफ़ रीप्रेजेन्टेटिव ने गुरुवार को एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के ख़िलाफ़ महाभियोग का प्रस्ताव पारित कर दिया।
ट्रंप हमेशा सुर्खियों में क्यों रहते हैं? अब उनके ख़िलाफ़ इंपीचमेंट यानी महाभियोग लगने के कारण सुर्खियों में हैं। महाभियोग पर ट्रंप की क्या पूर्व राष्ट्रपति निक्सन जैसी हालत होगी? क्या ट्रंप के बचने की कुछ भी उम्मीद है? 'सत्य हिंदी' पर देखिए 'शीतल के सवाल' में इन्हीं सवालों के जवाब।