शिक्षाविद, शोधकर्ता और बुद्धिजीवी टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज यानी TISS के ताज़ा अध्ययन 'मुंबई में अवैध अप्रवासी: सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक परिणामों का विश्लेषण' का विरोध क्यों कर रहे हैं?
टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) के सभी कैंपसों में बड़े पैमाने पर प्रोफेसर और नॉन टीचिंग स्टाफ की सेवाएं बर्खास्त कर दी गई हैं। इसमें काफी लोग कई दशक से कार्यरत थे। इसकी मुख्य वजह यह बताई गई है कि टाटा एजुकेशन ट्रस्ट ने टिस को दी जाने वाली ग्रांट रोक दी है।