खेल में राजनीति नई बात नहीं है। लेकिन जिस खिलाड़ी में अभी तमाम उम्मीदें बची हों, जिसकी नजर 2028 के ओलंपिक में भारत के लिए गोल्ड लाने पर हो, उसे खेल रत्न सूची में नहीं रखा जाए तो हैरानी की बात है। हरियाणा की मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में दो कांस्य पदक जीते लेकिन उनका नाम पता नहीं क्यों खेल रत्न सूची में नहीं रखा गया। इतनी बड़ी नाइंसाफी सिर्फ भारत में मुमकिन है और यह बिल्कुल ताजा मामला है।