पूरे देश को हिला देने वाले निर्भया गैंगरेप मामले में आख़िरकार 7 साल के बाद दोषियों को फांसी के फंदे पर चढ़ाया जा सका। इस दौरान निर्भया के माता-पिता और उनके वकीलों ने जबरदस्त संघर्ष किया। सवाल यह उठता है कि आख़िर देश की न्यायिक व्यवस्था इस कदर लचर क्यों हैं कि लोगों को इंसाफ़ के लिये सालों तक लड़ाई लड़नी पड़े। सुनिए, क्या कहती हैं सत्य हिन्दी की करेंट अफ़ेयर्स एडिटर नीलू व्यास।