ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के साथ-साथ 22 विधायकों ने भी इस्तीफ़े दे दिए हैं। ज़ाहिर है कि सरकार अल्पमत में आ गई है, मगर इस परिस्थिति में राज्यपाल और विधानसभाध्यक्ष की भूमिका ऐसे में बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है। पिछले साल कर्नाटक में भी लगभग ऐसी ही स्थिति बनी थी जब बीजेपी ने काँग्रेस और जेडीएस के 17 विधायक तोड़ लिए थे।