रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में तेल की बढ़ती बिक्री से रूस के बैंकों में रुपये का "महत्वपूर्ण स्टोर" जमा हो गया। रूस ने उसी पैसे से युद्ध संबंधी सामान भारत से खरीदे हैं। हालांकि युद्ध सामान में भारत के मुकाबले रूस ज्यादा सक्षम है लेकिन एक तरह से भारत को फायदा पहुंचाने के लिए इस योजना को लागू किया गया।
पीएम मोदी की रूस यात्रा पर अमेरिका अभी तक प्रतिक्रिया दे रहा है। हालांकि मोदी रूस की यात्रा से भारत लौट आए हैं लेकिन यूएस के समझाने का सिलसिला जारी है। मोदी के रूस दौरे ने अमेरिकी रणनीति को बदलने पर मजबूर कर दिया है।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात दुनियाभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा इस मुलाकात से उन्हें घोर निराशा हुई है। अमेरिका ने कहा है कि यूक्रेन के मुद्दे पर भारत-रूस की बातचीत और बयान यूएन के दायरे में होना चाहिए।