सरकार मज़दूरों के मामले में लापरवाही के कीर्तिमान रच रही है। रेलवे उनसे किराया माँग रहा है और पुलिस उन पर लाठियाँ चमका रही है। वे अपने पैसों से चंदा करके परमिट लेकर भी घरों तक लौट नहीं पा रहे हैं और न ही सरकार उनके खाने पीने की सुध ले रही है। सर्वत्र फैले इस हाहाकार की मीमांसा कर रहे हैं शीतल पी सिंह।
मध्य प्रदेश के दाहोद से सटी गुजरात की सीमा पर परमिट लेकर बसों से लौट रहे यूपी के मज़दूरों पर लाठीचार्ज हुआ है। मज़दूरों को कल रात ग्यारह बजे से ही बॉर्डर पर रोक दिया गया था। ग़ौरतलब है कि कल ही गृह मंत्रालय ने बसों से लौटने वालों के लिए राज्यों की सीमाएँ खोलने का एलान किया है! मज़दूरों से बात की शीतल पी सिंह ने।