अमेरिका में कच्चे तेल का भाव ज़ीरो से नीचे चला गया। यह खबर तो खूब चली। लेकिन इस चक्कर में भारत के कमोडिटी बाज़ार में जो कत्लेआम हुआ वो भी कम नहीं। आलोक जोशी के साथ बातचीत में संदीप जैन बता रहे हैं कि कैसे ट्रेडरों को सैकड़ों करोड़ का घाटा कम हुआ और क्यों साँसत में है बहुत से ब्रोकरों की जान।