जनरल नरवणे ने कहा है कि हमारी तैयारियां पुख्ता हैं और हम पीएलए के साथ बातचीत भी कर रहे हैं। गलवान में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच जोरदार झड़प के बाद से ही दोनों देशों के बीच हालात तनावपूर्ण हैं।
एलएसी के पास चीन द्वारा गांव बसाए जाने के मामले में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज़िम्मेदार क्यों माना? जानिए उन्होंने क्या कहकर निशाना साधा।
पेंटागन ने अपनी ताज़ा रिपोर्ट में कहा है कि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी सैन्य मौजूदगी लंबे समय तक बनाए रखेगा और भारत को परेशान करता रहेगा। सच क्या है?
चीनी सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैनिकों के रहने का ठिकाना बना कर यह संकेत दे दिया है कि वह वहां अपने सैनिकों को लंबे समय तक टिकाए रखना चाहती है। क्या यह अगली लड़ाई की तैयारी है?
पीपल्स लिबरेशन आर्मी यानी चीनी सेना ने एलएसी यानी वास्तविक नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय सीमा के 15 किलोमीटर अंदर आकर ज़मीन पर क़ब्ज़ा कर लिया है, स्थायी निर्माण कर लिए हैं और अपने सैनिकों को तैनात कर दिया है।
ऐसे समय जब भारत-चीन के विदेश मंत्री मिले और उन्होंने वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर शांति बनाए रखने पर ज़ोर दिया, यह ख़बर भी आ रही है कि भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों में झड़प हुई है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाक़ात की है और समझा जाता है कि उन्होंने वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी से जुड़े कई मुद्दों पर बातचीत की है।
क्या चीन के साथ मौजूदा संकट में भारत की हार हुई है? क्या वह अपने कब्जे के बड़े हिस्से को खाली करने पर राजी हो गया है? क्या जिन इलाक़ों पर कोई विवाद नहीं था, भारत उसे भी छोड़ने पर राजी हो गया है?
वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर पीपल्स लिबरेशन आर्मी और भारतीय सेना के बीच कमांडर स्तर की नौवीं दौर की बातचीत में दोनों पक्ष सैनिकों को जल्द बुलाने पर सहमत हो गए हैं।
क्या राहुल गांधी और कांग्रेस के दूसरे सदस्यों को रक्षा मामलों पर बनी स्थायी संसदीय समिति की बैठक में बोलने नहीं दिया गया? कांग्रेस सदस्यों ने उन्हें उनकी बात नहीं रखने देने का आरोप लगाया और बैठक से बाहर निकल आए।