महाराष्ट्र चुनाव में 70 हजार करोड़ के सिंचाई घोटाले की चर्चा फिर शुरू हो गई है। इस मामले में आरोपों के घेरे में आये डिप्टी सीएम अजित पवार ने खुद इस पर बयान दिया है। हैरानी की बात है कि कभी अजित पवार की गिरफ्तारी की मांग करने वाले डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस चुप हैं। भाजपा चुप है। जबकि करप्शन का यह मुद्दा भाजपा ने उठाया था।