तालिबान तो तालिबान है। गुड तालिबान और बैड तालिबान कुछ नहीं। यह कहनेवाली मोदी सरकार अब तालिबान से बात कर रही है। यह करना ज़रूरी है क्या? क्या इसपर सवाल उठाना गलत राजनीति है? आलोक जोशी के साथ विभूति नारायण राय, वेद प्रताप वैदिक, वीरेंद्र भट्ट और हिमांशु बाजपेई
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। भारत ने तालिबान से पहली बार की बात, क़तर में स्तेनकज़ई से राजदूत मिले । बैठक में तालिबान ने कहा - ज़मीन का इस्तेमाल भारत के ख़िलाफ़ नहीं