क्या तृणमूल ने आदर्शों और सिद्धांतों पर चलना छोड़ दिया है और अब पार्टी किस भरोसे चल रही है? क्या ममता बनर्जी की अपनी पार्टी में कोई पकड़ नहीं है और उनके खिलाफ लोगुगन में गुस्सा है? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की पूर्व केंद्रीय मंत्री दिनेश त्रिवेदी से ख़ास बातचीत