प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15-18 साल के बच्चों को टीके लगाए जाने की घोषणा के बीच भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के टीके को 12-18 साल तक के बच्चों पर इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है।
भारत बायोटेक की जिस कोवैक्सीन को डब्ल्यूएचओ ने वयस्कों के लिए अभी तक मंजूरी नहीं दी है उसके टीके को भारत में विशेषज्ञ पैनल ने 2 से 18 वर्ष की उम्र के बच्चों को भी लगाने की सिफ़ारिश क्यों की?
भारत बायोटेक से कोवैक्सीन सौदे में भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद अब वहाँ के सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रपति जईर बोसोनारो के ख़िलाफ़ जाँच को हरी झंडी दी है। गंभीर आरोप लगने के बाद ब्राज़ील ने हाल ही इस सौदे को निलंबित कर दिया है।
कोवैक्सीन की खरीद में ब्राज़ील में लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों को भारत बायोटेक ने खारिज किया है। इसने बयान जारी कर कहा है कि इस सौदे में कुछ भी गड़बड़ी नहीं हुई है।
भारत बायोटेक की जिस कोवैक्सीन को जनवरी में ही आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई थी उसके तीसरे चरण के ट्रायल के आँकड़े अब आ गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वैक्सीन तीसरे चरण के ट्रायल में 77.8 फ़ीसदी प्रभावी है।
भारत बायोटेक के जिस टीके कोवैक्सीन को जनवरी में ही आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई थी उसके तीसरे चरण के ट्रायल के आँकड़े जुलाई में आएँगे। ऐसा भारत बायोटेक ने ही कहा है। यानी तीसरे चरण के अंतिम परिणाम जुलाई में प्रकाशित होंगे।
भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को आयात करने के प्रस्ताव को ब्राज़ील में हरी झंडी दे दी गई है, लेकिन कुछ शर्तें भी लगा दी हैं। यह अहम इसलिए है कि पहले ब्राज़ील ने कोवैक्सीन के आयात को मंजूरी देने से इनकार कर दिया था।