उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों के शपथग्रहण समारोह क्यों नहीं आईं? उनकी ग़ैर-मोजूदगी इसलिए भी हैरान करती है कि कि मध्य प्रदेश में पूर्ण बहुमत से थोड़ा पीछे रह गई कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा मायावती ने बड़ी आसानी से कर दी थी और राजस्थान में भी कांग्रेस को समर्थन देने की मंशा जताई थी। यह सब बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के नाम पर किया था। यदि इन राज्यों में बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए बीएसपी कांग्रेस की तरफ़ मदद का हाथ बढ़ा सकती हैं तो उन्हीं की मदद से बनी सरकारों के शपथ समारोह से दूरी क्यों?

2007-2012 के बीच जब मायावती मुख्यमंत्री थीं, तब उनकी संपत्ति अकूत रूप से बढ़ रही थी। आय से अधिक संपत्ति के अनेक ठोस सबूत दिल्ली और उत्तर प्रदेश में उनकी कोठियों और उनके बैंक अकाउंट में जमा धन के रूप में मौजूद हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि मायावती को डर है कि कांग्रेस से हाथ मिलाने पर सीबीआई और आयकर विभाग उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई कर सकते हैं।
शैलेश कुमार न्यूज़ नेशन के सीईओ एवं प्रधान संपादक रह चुके हैं। उससे पहले उन्होंने देश के पहले चौबीस घंटा न्यूज़ चैनल - ज़ी न्यूज़ - के लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीवी टुडे में एग्ज़िक्युटिव प्रड्यूसर के तौर पर उन्होंने आजतक