loader

संसद सुरक्षा सेंधः आरोपियों के फोन के टुकड़े राजस्थान में मिले

समाचार एजेंसी एएनआई ने दिल्ली पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले के सभी आरोपियों के फोन के हिस्से राजस्थान से बरामद किए गए हैं। एएनआई ने बताया कि कथित 'मास्टरमाइंड' ललित मोहन झा द्वारा अन्य आरोपियों से छीने गए सभी फोन जली हुई हालत में पाए गए।

दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने पहले खुलासा किया था कि ललित झा ने दिल्ली आने से पहले पांच मोबाइल फोन नष्ट कर दिए थे और जांच टीम को गुमराह कर रहा था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस के मुताबिक ललित झा ने राजस्थान के कुचामन में भागने के बाद चार नहीं बल्कि पांच मोबाइल फोन नष्ट कर दिए।

ताजा ख़बरें

जांच में पता चला है कि ललित ने पहले चारों आरोपियों के फोन नष्ट किए और दिल्ली आने से पहले उसने अपना फोन भी नष्ट कर दिया। सूत्रों के मुताबिक ललित लगातार जांच टीम को गुमराह कर रहा है। जांच टीम ने सेल्युलर कंपनी को पत्र लिखकर ललित और बाकी चार आरोपियों के बारे में जानकारी मांगी है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में पांचवें आरोपी और मास्टरमाइंड ललित झा ने राजस्थान के कुचामन भागने के बाद अपने दोस्त महेश के साथ अपने सहयोगियों के मोबाइल फोन जला दिए।

दिल्ली पुलिस का कहना है कि 13 दिसंबर को संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों ने खुलासा किया है कि उन्होंने खुद को चोट पहुंचाए बिना, अधिक नाटकीय बनाने और मीडिया को आकर्षित करने के लिए अपने शरीर पर आग प्रतिरोधी जेल लगाने के बाद आत्मदाह करने का विचार किया था। हालांकि, उन्होंने बाद में इस विचार को छोड़ दिया और धुएं के डिब्बे के साथ लोकसभा कक्ष में कूदने की योजना पर फैसला किया।

दो व्यक्ति सागर शर्मा और मनोरंजन डी शून्यकाल के दौरान सार्वजनिक गैलरी से लोकसभा कक्ष में कूद गए, कनस्तरों से पीला धुआं छोड़ा और नारे लगाए, इससे पहले कि सांसदों ने उन्हें पकड़ लिया। लगभग उसी समय, दो अन्य अमोल शिंदे और नीलम आजाद ने संसद परिसर के बाहर "तानाशाही नहीं चलेगी" और अन्य नारे लगाते हुए कनस्तरों से रंगीन धुआं छोड़ा।

देश से और खबरें

पांचवें आरोपी ललित झा ने कथित तौर पर परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन के वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए। सभी आरोपी भगत सिंह फैन क्लब से जुड़े हुए थे। इनके साथी विक्की शर्मा के घर से भगत सिंह से जुड़ी किताबें बरामद हुई थीं। ललित झा के बारे में दिल्ली पुलिस को पता चला है कि वो कोलकाता में ट्यूशन पढ़ाते थे। जहां झा रहते थे, वहां के लोग उन्हें मृदभाषी बता रहे हैं। दिल्ली पुलिस इस पूरे ग्रुप के विदेशी संपर्कों की भी जांच कर रही है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें