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गहलोत सरकार तो कन्हैयालाल के हत्यारों को पकड़ना भी नहीं चाहती थी : अमित शाह

शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह ने उदयपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा है कि उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड पर भी सीएम अशोक गहलोत राजनीति कर रहे हैं। गहलोत सरकार तो कन्हैयालाल के हत्यारों को पकड़ना भी नहीं चाहती थी। हत्यारों को एनआईए ने पकड़ा था और गहलोत झूठ बोलते हैं कि कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि मैं डंके की चोट के साथ कहता हूं कि स्पेशल कोर्ट में सुनवाई की होती तो हत्यारे फांसी पर लटक चुके होते। उन्होंने सभा में आरोप लगाया कि जयपुर ब्लास्ट के आरोपियों की सुनवाई के लिए अशोक गहलोत सरकार के एडवोकेट जनरल के पास समय तक नहीं है। 

गहलोत बिना मतलब इस उम्र में इधर-उधर घूम रहे हैं

अमित शाह ने कहा कि पटना में पिछले दिनों 21 पार्टी के लोग इकट्‌ठा हुए, इन सभी पार्टियों के नेताओं का लक्ष्य अपने बेटों का भविष्य है। सोनिया गांधी का लक्ष्य राहुल को प्रधानमंत्री बनाना, लालू यादव का लक्ष्य बेटे तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाना है। ममता बनर्जी का लक्ष्य अपने भतीजे अभिषेक को सीएम बनाना है। उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका लक्ष्य अपने बेटे वैभव को मुख्यमंत्री बनाना है। अशोक गहलोत बिना मतलब इस उम्र में इधर-उधर घूम रहे हैं। 

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विपक्षी पार्टी राहुल गांधी को पीएम बनाना चाहती हैं

अमित शाह ने कहा कि 21 विपक्षी पार्टी मिलकर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। अगर राहुल गांधी प्रधानमंत्री बने तो भ्रष्टाचार, घपले, घोटाले भारत की नियति बन जाएंगे। वहीं मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं तो भ्रष्टाचारी जेल की सलाखों के पीछे जाएंगे।  अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने आदिवासी बच्चों के लिए 500 से ज्यादा स्कूल बना दिए हैं। जनजाति मंत्रालय के को प्रधानमंत्री मोदी ने बढ़ाकर 15 हजार करोड़ कर दिया है। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने ही जनजाति मंत्रालय बनाया। शाह ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री भैरों सिंह शेखावत की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने आदिवासियों का आरक्षण बढ़ाय था। कहा, यह निश्चित है कि 2024 में 300 से अधिक सीटों के साथ एक बार फिर से मोदी जी प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। सभा में उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला और उन्हें पलटू बताया। 

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गहलोत ने कहा, दोनों हत्यारे भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता थे

अमित शाह के इस बयान पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार किया है। उन्होंने शाह पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि, यह उम्मीद की जाती है कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर राजनीति नहीं करेंगे परन्तु आज उदयपुर में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जो किया वह एक गैर जिम्मेदाराना कार्य है। अमित शाह द्वारा उदयपुर में झूठ बोला गया कि कन्हैयालाल के हत्यारों रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद को NIA ने पकड़ा जबकि सत्य यह है कि इन्हें घटना के महज चार घंटों में राजस्थान पुलिस पकड़ लिया था। यह दुखद घटना 28 जून 2022 को हुई थी जबकि NIA को इस केस की फाइल 2 जुलाई 2022 को ट्रांसफर हुई। अमित शाह को संभवत: जानकारी में होगा कि ये दोनों हत्यारे भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता थे। उन्हें ये जांच करवानी चाहिए कि इन दोनों के मददगार कौन भाजपा नेता थे जो इनके लिए पुलिस थानों में फोन करते थे। एक ओपन एंड शट केस में चार्जशीट फाइल होने में भी इतना अधिक समय क्यों लगा और इन्हें अब तक सजा क्यों नहीं हुई? 

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क़मर वहीद नक़वी
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