उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलने पर 2019 के आम चुनाव के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने से इनकार करने वाली जदयू अब उसी सरकार में अपने लोगों को मंत्री बनवाना चाहती है।
कई राज्यों में कोरोना से मरने वालों को कम गिने जाने के आरोपों के बीच अब बिहार में मौत का एक चौंकाने वाला आँकड़ा सामने आया है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान क़रीब 75 हज़ार लोगों की मौतें कैसे हुईं, इसका कोई अंदाज़ा नहीं है।
एलजेपी नेता चिराग पासवान के बग़ावती चाचा पशुपति पारस ने केंद्र सरकार में मंत्री बनाए जाने के संकेत तो दे दिए हैं लेकिन बिहार बीजेपी के नेताओं की राय उनके सियासी मंसूबों पर पानी फेर सकती है।
एलजेपी में हुई टूट के वक़्त से ही यह माना जा रहा है कि बाग़ी गुट के नेता पशुपति पारस को केंद्र सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है और अब इस बारे में ख़ुद पारस ने ही संकेत दिए हैं।
पार्टी से जुड़ी एक महिला ने लोक जनशक्ति पार्टी सांसद प्रिंस राज पासवान पर यौन हमले का आरोप लगाते हुए दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।
फ़िल्म की तरह चिराग़ पासवान का राजनीतिक भविष्य सुपर फ़्लॉप साबित होगा या फिर वह पार्टी में बग़ावत की आँधी के बीच अपने पिता राम विलास पासवान की राजनीतिक विरासत को संजो कर रख पाएँगे?
सोमवार की सुबह बिहार की राजनीति में एक खेला हुआ। लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान के ख़िलाफ़ बग़ावत से। मगर बिहार में इससे कहीं बड़े खेला की चर्चा चल रही है। यह दूसरा खेला है नीतीश कुमार सरकार के बारे में जो तलवार की धार पर चल रही है।
बिहार की राजनीति में एक बार फिर एक बड़े सियासी घटनाक्रम के होने की आहट है। लोकजन शक्ति पार्टी (एलजेपी) में टूट की ख़बर है और कहा जा रहा है कि पार्टी के 6 में से 5 सांसदों ने बग़ावत कर दी है।
जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नज़दीकी के नेता आर. सी. पी. सिंह ने मंत्रिमंडल में पार्टी के सही प्रतिनिधित्व नहीं होने पर असंतोष सार्वजनिक रूप से जताया है।