अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी वाले राज्य बिहार में इस सप्ताह पश्चिम चम्पारण ज़िले के कुछ गाँवों में 16 लोगों की मौत हो गयी है। ज़हरीली शराब से हुई इन मौतों की यह ख़बर धीरे-धीरे उजागर हुई है।
बिहार में मामूली बढ़त के साथ चल रही एनडीए की सरकार के दलों में बीच-बीच में आने वाली रार की खबरों के बीच जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी नेता आमने-सामने आ गये हैं।
मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद बिहार में एनडीए के मुखिया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल उठ रहे हैं तो दूसरी तरफ़ लोक जनशक्ति पार्टी की विरासत पर पशुपति कुमार पारस की दावेदारी मज़बूत हुई है।
राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू प्रसाद यादव ने पार्टी के 25 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से भाग लेते हुए अयोध्या के बाद मथुरा के मुद्दे को उठाने को लेकर देश को आगाह किया है।
उत्तर प्रदेश और बिहार ऐसे राज्य हैं, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं का ढांचा चरमराया हुआ है। ऐसे में यहां टीकाकरण की रफ़्तार को बढ़ाए जाने की ज़रूरत थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।
उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलने पर 2019 के आम चुनाव के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने से इनकार करने वाली जदयू अब उसी सरकार में अपने लोगों को मंत्री बनवाना चाहती है।
कई राज्यों में कोरोना से मरने वालों को कम गिने जाने के आरोपों के बीच अब बिहार में मौत का एक चौंकाने वाला आँकड़ा सामने आया है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान क़रीब 75 हज़ार लोगों की मौतें कैसे हुईं, इसका कोई अंदाज़ा नहीं है।
एलजेपी नेता चिराग पासवान के बग़ावती चाचा पशुपति पारस ने केंद्र सरकार में मंत्री बनाए जाने के संकेत तो दे दिए हैं लेकिन बिहार बीजेपी के नेताओं की राय उनके सियासी मंसूबों पर पानी फेर सकती है।
एलजेपी में हुई टूट के वक़्त से ही यह माना जा रहा है कि बाग़ी गुट के नेता पशुपति पारस को केंद्र सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है और अब इस बारे में ख़ुद पारस ने ही संकेत दिए हैं।