क्या आरएसएस और बीजेपी नर्वस हैं? क्या उन्हें इस बात का भरोसा नहीं है कि मोदी सरकार 2019 के लोकसभा चुनाव में फिर बहुमत का आँकड़ा पा पायेगी या सरकार बनाने में कामयाब होगी? क्या मोदी जी का करिश्मा चुक गया? क्या वो अब वोट बटोरवा नेता नहीं रहे? क्या उनके दम पर अब बीजेपी चुनाव नहीं लड़ पायेगी? आप पूछ सकते हैं कि मैं ये सवाल क्यों उठा रहा हूँ। दरअसल एकबार फिर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने राममंदिर का मुद्दा बड़े ज़ोर शोर से उठाया। उन्होंने कहा कि राजनीति की वजह से मंदिर निर्माण नहीं हो रहा है। अनावश्यक देरी हो रही है। लेकिन सबसे बड़ी बात उन्होंने ये कही कि मंदिर निर्माण के लिये सरकार कानून बनाये!

आरएसएस की ओर से प्रचारित राम मंदिर का प्रस्तावित मॉडल।