भविष्य में जम्मू-कश्मीर में अफ़ग़ान मोर्चे से लौटे पाक आतंकवादियों की घुसपैठ बढ़ेगी और वे पुलवामा में सीआरपीएफ़ जवानों पर हुए हमले जैसी और घटनाओं को अंजाम देंगे।
जैश-ए-मुहम्मद ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में फ़िदायीन हमले की ज़िम्मेदारी ली है। इसका संस्थापक और प्रमुख मसूद अज़हर है। वही मसूद अज़हर जिसे अटल बिहारी वाजयेपी की सरकार को छोड़ना पड़ा था।
नेता जी के यह बयान देने के बाद कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनें, राजनीतिक गलियारों में इसे लेकर जोरदार चर्चा हो रही है कि आख़िर उन्होंने ऐसा क्यों कहा?
केंद्र की नीयत साफ़ होती तो वह अध्यादेश लाती कि टीचिंग व नॉन-टीचिंग स्टाफ़ की भर्ती में 49.5 प्रतिशत आरक्षण लागू हो, लेकिन इसके बजाए वह सिर्फ़ बहाने बना रही है।
सीमांचल एक्सप्रेस हादसा क्यों हुआ? अफ़सरों ने सरसरी तौर पर ट्रैक में फ़्रैक्चर को इसका कारण माना है। लंबे समय से होते रहे इन हादसों के लिए भी अधिकतर रिपोर्टें ट्रैक में ख़राबी को सबसे बड़ा कारण बताती रही रही हैं।
नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के एससी-एसटी और अन्य पिछड़े वर्ग समुदाय के लिए विश्वविद्यालयों में आरक्षण के माध्यम से नौकरियाँ मिलने का दरवाजा पूरी तरह बंद कर दिया है।
चंदा कोचर पर एफ़आईआर दर्ज़ होने के मामले में सीबीआई के एसपी सुधांशु धर मिश्रा को शाबाशी मिलने के बजाय जेटली की फटकार मिली और फिर उनका तबादला कर दिया गया।
प्रियंका का कांग्रेस महासचिव बनना कोई अचरज की बात नहीं, पर इससे यह सवाल भी उठता है कि कांग्रेस आख़िर क्यों वंशवाद की राजनीति से बाहर नहीं निकल पा रही है।
कभी सोनिया गाँधी के विदेशी मूल को बड़ा मुद्दा बना कर कांग्रेस छोड़ने वाले शरद पवार इन दिनों सोनिया और राहुल की तारीफ़ करते हैं और नरेंद्र मोदी को खरी-खोटी सुनाते हैं।