इस बार 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा के चुनाव में मोदी-शाह ने झारखंड के लिए ‘65-पार’ का नारा दिया था। पर झारखंड की अवाम ने बीजेपी को महज 25 पर सीमित कर दिया।
लोकसभा चुनाव के बीच ही केंद्र की मौजूदा सरकार के एक महत्वपूर्ण हुक़्मरान अमिताभ कांत ने भारत में मतदान को क़ानूनी रूप से अनिवार्य करने की ज़रूरत पर बहस छेड़ने की कोशिश की है। क्या उन्हें इसके नुक़सान का अंदाज़ा है?
हिन्दी के विख्यात आलोचक और विद्वान शिक्षक डॉ. नामवर सिंह नहीं रहे। लेकिन अपनी प्रतिभा और विद्वता के बल पर वह अपने समकालीन तमाम लेखकों और शिक्षकों में विशिष्ट नज़र आते हैं।