कंगना रनौत संजय राउत विवाद के बाद से शिवसेना-बीजेपी के बीच तनाव काफ़ी बढ़ गया है। कभी गठबंधन में शामिल देवेंद्र फडणवीस उद्धव ठाकरे की पार्टियाँ आमने सामने क्यों?
मराठा आरक्षण को लेकर एक बार फिर से महाराष्ट्र की राजनीति गर्म होती दिख रही है। विपक्षी दल बीजेपी ने इस मामले में राज्य सरकार को घेरते हुए बयानबाजी शुरू कर दी है।
उद्धव ठाकरे को धमकी मिलने के बाद शरद पवार और अनिल देशमुख को भी ऐसी ही धमकी मिली है। दावा किया गया है कि धमकी देने वाले ने दाऊद इब्राहिम और कंगना रनौत का नाम लिया।
क्या कंगना रनौत महाराष्ट्र में बीजेपी का एजेंडा चला रही हैं? क्या इसी एजेंडे के चलते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है?
देवेंद्र फडणवीस के ख़िलाफ़ एकनाथ खडसे के ताज़ा आरोपों के बाद महाराष्ट्र बीजेपी में अंतर्कलह बढ़ गई है। खडसे ने कहा है कि फडणवीस की ग़लत नीतियों के कारण बीजेपी सरकार नहीं बन सकी।
क्या राहुल गांधी का "सूट बूट की सरकार" वाला नारा कांग्रेस में उपजे मौजूदा विवाद की सबसे बड़ी जड़ है? क्या इसे लेकर देश के कुछ कॉरपोरेट घराने "गांधी परिवार" से नाराज हैं?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक बनाने वाले फ़िल्म निर्माता संदीप सिंह का नाम सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जुड़ने के बाद कांग्रेस पार्टी आक्रामक हो गयी है।
आखिर क्यों नरेंद्र दाभोलकर जैसे एक सामाजिक कार्यकर्ता दहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी जाती है और 7 साल में पुलिस और सीबीआई दोनों जाँच के निष्कर्ष तक नहीं पहुँच पाते?
20 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती है और इसी दिन कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री देवराज अर्स की भी जयंती है। इस अवसर पर कांग्रेस कनार्टक में ‘जन ध्वनि’ आंदोलन करने जा रही है।
जिन शिक्षण संस्थानों पर मीडिया और सरकार द्वारा देशद्रोह की गतिविधियों का अड्डा होने के आरोप लगाए जाते हैं उनका शिक्षा के लिए नंबर वन आना क्या संकेत देता है?
कोरोना से निपटने में मुंबई का धारावी मॉडल बेहतर साबित हुआ है। इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी अच्छा बताया। लेकिन इसे दूसरे शहरों में क्यों नहीं आजमाया जा रहा है?
बीजेपी नेता उमा भारती ने दो टूक कहा है कि ‘राम’ अयोध्या या भारतीय जनता पार्टी की बपौती नहीं हैं। वह राम मंदिर के भूमि पूजन आयोजन को लेकर खुले रूप से विरोध का स्वर क्यों दर्ज करा रही हैं।
भारत सरकार ने क़रीब 34 साल बाद देश में नयी शिक्षा नीति की घोषणा की है और साथ ही यह वादा किया है कि वह इसके लिए देश की जीडीपी का छह फ़ीसदी हिस्सा ख़र्च करेगी। क्या इससे बदलेंगे हालात?