उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजों के बाद यह कहा जा रहा है कि मुसलमानों का वोट बंट गया। इस तरह की शिकायत दूसरे धर्मों-जातियों के वोटरों को लेकर क्यों नहीं की जाती?
सीएए के विरोध में प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों से सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की वसूली के मामले में योगी सरकार को लगी फटकार पर देश के बड़े अखबार आखिर नरम क्यों पड़ गए?
एनटीपीसी या नन-टेक्निकल पॉपुलर कैटगरी के इम्तिहान को लेकर पटना में इतना हंगामा क्यों मचा है? क्यों छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं और पुलिस सख्ती बरत रही है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी में 'श्री काशी विश्वनाथ धाम' का लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम के प्रसारण के लिए बड़े स्तर पर प्रयास क्यों किए गए?
नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका चोपड़ा, कैटरीना कैफ, अक्षय कुमार और ऐश्वर्या राय जैसी शख्सियतें क्या बिहार के जहानाबाद के करपी प्रखंड में कोरोना जाँच कराएँगे, इसकी कल्पना भी की जा सकती है?
दिल्ली से सटे गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने के ख़िलाफ़ जिस तरह से कुछ हिंदू संगठनों ने अभियान चलाया उससे कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि आख़िर मुसलमानों को खुली जगह क्यों चाहिए? यह सवाल है या आपत्ति?
आरजेडी नेता जगदानंद सिंह को लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप अपने ताज़ा बयान में हिटलर बता चुके हैं। इसके बाद से जगदा बाबू एक दफ्तर नहीं आ रहे हैं। कहीं वह भी रघुवंश प्रसाद सिंह की तरह क़दम तो नहीं उठाएँगे?
अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी वाले राज्य बिहार में इस सप्ताह पश्चिम चम्पारण ज़िले के कुछ गाँवों में 16 लोगों की मौत हो गयी है। ज़हरीली शराब से हुई इन मौतों की यह ख़बर धीरे-धीरे उजागर हुई है।
बिहार में मामूली बढ़त के साथ चल रही एनडीए की सरकार के दलों में बीच-बीच में आने वाली रार की खबरों के बीच जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी नेता आमने-सामने आ गये हैं।
चिराग को मोदी से ‘संरक्षण’ मिल जाए इसके लिए उन्होंने 2014 की याद दिलायी है कि कैसे नीतीश कुमार ने मोदी की प्रधानमंत्री की उम्मीदवारी का विरोध किया था और एनडीए से अलग हो गये थे।
अब यह पूरी तरह चिराग पासवान पर निर्भर है कि अपने चाचा और चचेरे भाई के साथ तीन अन्य सांसदों की बगावत के बाद वे खुद को कितना संभाल पाते हैं। कितनी मेहनत करते हैं।
सोमवार की सुबह बिहार की राजनीति में एक खेला हुआ। लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान के ख़िलाफ़ बग़ावत से। मगर बिहार में इससे कहीं बड़े खेला की चर्चा चल रही है। यह दूसरा खेला है नीतीश कुमार सरकार के बारे में जो तलवार की धार पर चल रही है।
पटना से लगभग 90 किलोमीटर दूर दक्षिण सेनारी में 18 मार्च 1999 को हुए नरसंहार में निचली अदालत से सजायाफ्ता एक दर्जन से अधिक लोगों को बीते शुक्रवार को पटना हाई कोर्ट ने बरी कर दिया।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने अपने ताजा बयान में कहा है कि कोविड के दूसरे दौर में अब तक 244 डॉक्टरों की जान चली गयी है। इसमें सर्वाधिक 78 डाॅक्टर बिहार के हैं।