आलोचकों के अलावा ख़ुद कांग्रेस ने भी यह माना है कि उसके ख़राब प्रदर्शन के कारण ही महागठबंधन सत्ता की दौड़ में पिछड़ गया और एनडीए को सत्ता में आने का मौक़ा मिल गया।
नीतीश कुमार कभी भी किसी के लिए ग़लत भाषा का इस्तेमाल करते नहीं देखे गए हैं। उन्हें शांत, सोच-समझ कर बोलने वाला राजनीतिज्ञ माना जाता है। लेकिन बीते कुछ दिनों में वह कई बार आपा खो चुके हैं।
बीजेपी में इस बात पर बहस शुरू हो गई है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी का चेहरा कौन होगा। इसे लेकर पार्टी में नेता आमने-सामने हैं और यह बात केंद्रीय स्तर तक पहुंच चुकी है।
पिछले साल महाराष्ट्र में जब शिव सेना ने बीजेपी का साथ छोड़कर कांग्रेस और एनसीपी के साथ जाकर सरकार बनाई थी, तब यह सवाल उठा था कि क्या यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर पाएगी।
फ़िल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में उनकी एक्स गर्लफ़्रेंड रिया चक्रवर्ती को जिस तरह निशाने पर लिया गया, उससे पश्चिम बंगाल के कुछ राजनीतिक दलों और आम लोगों में नाराज़गी दिखती है।
मुंबई की जिस फ़िल्म इंडस्ट्री में शिव सैनिकों का ख़ौफ़ माना जाता है, वहां बाहर से आई एक फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने किसी शिव सैनिक को नहीं सीधे उनके मुखिया को ललकारा है।