राम चरित मानस की एक चौपाई को लेकर उठे विवाद पर स्वतंत्र पत्रकार ओम प्रकाश सिंह ने दार्शनिक, अवध विश्वविद्यालय के पूर्व शैक्षणिक सलाहकार, 'गांधी के राम' पुस्तक के लेखक डा अरुण प्रकाश से सच जानने के लिए बात की है। जानिए उनके विचारों को।
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए करोड़ों वर्ष पुरानी देव शिलाएं नेपाल से पहुंच गई हैं। इन्हें नेपाल के जनकपुर से लाया गया है। इन्हीं शिलाओं से रघुनंदन की छवि गढ़ी जाएगी।
अयोध्या जैसी धार्मिक नगरी का विकास हो रहा है तो पूरा जोर सड़क पर, भवन पर, बिजली पानी व अन्य सुविधाओं पर है जबकि ये सब धर्म क्षेत्र के लिए बहुत आवश्यक नहीं होते। ना ही ये धर्म नगरी की पहचान होते हैं।