क्या काँग्रेस आर्थिक रूप से कंगाल हो गई है? उसकी कंगाली की क्या वज़हें हैं? क्या उसके बैंक खातों पर रोक लगने के कारण ये नौबत आई है? अगर ऐसा है तो वह तीन सौ से ज��्यादा सीटें कैसे लड़ेगी? क्या वह मोदी सरकार के धनबल, मीडिया बल, सत्ता बल और ईडी बल का मुक़ाबला कर पाएगी? डॉ. मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं- गौतम लाहिड़ी, उमाकांत लखेड़ा, प्रेम कुमार, डॉ. रविकांत, नीरेंद्र नागर-