मनीष कुमार झा टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज में प्रोफ़ेसर हैं। वह समसामयिक विषयों पर लिखते रहते हैं। आनंद राजा, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज में पीएचडी स्कॉलर हैं।
2014 में चुनावी सभाओं में मोदी बोलते थे, ‘अच्छे दिन’ और जनता पीछे से बोलती थी ‘आयेंगे’। अब मोदीजी का ‘अच्छे दिन’ से क्या अभिप्राय था, उन्होंने कभी पूरी तरह से इसे समझाया नहीं।