शहीद-ए-आजम भगत सिंह का आज 23 मार्च को बलिदान दिवस है। भगत सिंह की प्रासंगिकता रहती दुनिया तक बरकरार रहेगी, उन्हें विविध रूपों में याद किया जाता रहेगा। यहां तक दक्षिणपंथी भी भगत सिंह को गले लगाने की कोशिश करते हैं, लेकिन जैसे ही भगत सिंह के क्रांतिकारी विचारों की बात होती है दक्षिणपंथी बहस से भाग जाते हैं। कितने लोग जानते हैं कि भगत सिंह पत्रकार भी थे। वरिष्ठ पत्रकार और एक्टिविस्ट बादल सरोज ने पत्रकार भगत सिंह के बारे में विस्तार से बताया है। यह लेख जरूर पढ़िए और नई युवा पीढ़ी को पढ़ाइएः