पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।
गौरी लंकेश, कलबुर्गी, पानसरे और डाभोलकर की हत्या में जिस सनातन संस्था का नाम सामने आया है, यह संस्था हिंदूवाद की बात करती है और हत्या का प्रचार रखती है।
पाक के सेना प्रमुख बाजवा से गले मिलने के कारण सिद्धू बीजेपी और राष्ट्रवादी चैनलों के लिए खलनायक बने हुए हैं। लेकिन पाक के असली खेल की तरफ़ किसी का ध्यान नहीं है।
भारी बहुमत और अहम पदों पर होने के बावजूद कुछ हिदुओं को क्यों लगता है कि वे भारत में असुरक्षित हैं? क्या हिंदू धर्मग्रंथ दूसरे समुदायों से घृणा करना सिखाते हैं?