पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।
अमेरिका, यूरोप कोरोना से ठीक से क्यो नहीं लड़ पा रहे हैं ? क्या कोरोना के बाद दुनिया बदल जाएगी? इस वक़्त अमेरिका में रह रहे प्रो. पुरूषोत्तम अग्रवाल से बेबाक़ बातचीत।
अर्नब की गिरफ्तारी नहीं हो लेकिन भारतीय मीडिया क्यों प्रधानमंत्री/सरकार की जवाबदेही नहीं तय करता? ट्रंप से अमेरिकी मीडिया सवाल पूछता है, भारतीय मीडिया मोदी से क्यों नहीं ?