पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।
क्या केंद्र सरकार की मंशा सोशल मीडिया और डिजिटल न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म को कंट्रोल करने की है? देखिए, वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष की नवोदय टाइम्स के संपादक अक्कू श्रीवास्तव से बातचीत।
जेल में बंद अर्णब गोस्वामी रिहा हो गये। ख़ुशी की बात है। लेकिन हज़ारों लोग जेलों में बंद हैं महीनों-वर्षों से? क्यों? चर्चा में हैं- आशुतोष के साथ आलोक जोशी, निशान्त वर्मा, शीतल पी सिंह, और आर एस बगई।
अमेरिका में ट्रंप की हार और बाइडन की जीत में भारत के लिये क्या कोई संदेश है? क्या अमेरिका पर से संकट टल गया है? आशुतोष की प्रो. पुरुषोत्तम अग्रवाल से बातचीत।
मायावती ने तीन दिन में दो बार पलटी मारी है। पहले उन्होंने कहा कि वह समाजवादी पार्टी को हराने के लिये बीजेपी को भी सपोर्ट कर सकती हैं। आख़िर मायावती ने यह क्यों कहा?
फ़्रांस में गला काट हत्या ने दुनिया को हिला दिया है । उससे ज़्यादा ख़ौफ़नाक है घटना का समर्थन । भारत में भी कई जगह विरोध प्रदर्शन हुये । क्या सिर्फ कार्टून से इस्लाम खतरे में पड जाता है ? आशुतोष के साथ चर्चा में पुष्पेश पंत, इरफ़ान हबीब, शीबा असलम फहमी, फैज़ल अली और आलोक जोशी ।
क्या मोदी ने तेजस्वी को बड़ा नेता बना दिया ! क्या लालू यादव को सिर्फ जंगलराज की वजह से जाना जायेगा ? आशुतोष के साथ चर्चा में आलोक जोशी, प्रो आनंद कुमार, रिज़वान कैसर, विजय त्रिवेदी और रविकान्त।
नीतीश को बिहार की राजनीति का चाणक्य कहा जाता है। ऐसा चाणक्य जो बिहार में पिछले पंद्रह सालों से शासन के शीर्ष पर रहा। उनके राजनीतिक चातुर्य का करिश्मा ये है कि बीजेपी और आरजेडी दोनों, उनके नीचे रह कर सरकार में शामिल रहे।
पहले चरण का मतदान । दाँव पर 71 सीटें । तेजस्वी क्या बड़ा उलटफेर करेंगे या ग़ुब्बारा साबित होंगे ? आशुतोष के साथ चर्चा में सबा नकवी, जयशंकर गुप्ता, कन्हैया भेलारी, गिरधारीलाल जोशी और आलोक जोशी ।
नीतीश लगातार अलोकप्रिय हो रहे हैं। बीजेपी ने अपने पोस्टर में नीतीश को जगह नहीं दी। तो क्या बीजेपी के लिये नीतीश बोझ हो गये हैं ? आशुतोष के साथ चर्चा में नीरजा चौधरी, शरत प्रधान, सतीश के सिंह और आलोक जोशी ।
तेजस्वी ने कहा कि 10 लाख नौकरी देंगे। नीतीश-बीजेपी ने मजाक उड़ाया। अब बीजेपी 19 लाख नौकरी देगी। सवाल है कि तेजस्वी की नक़ल क्यों कर रहा एनडीए? क्या हवा बदल रही है? आशुतोष के साथ चर्चा में अजीत अंजुम, कमर वहीद नकवी, उर्मिलेश।
अमेरिका सिखायेगा ट्रंप को सबक़? ट्रंप बाइडन से लगातार पीछे चल रहे हैं? सारे सर्वे उनके हार की भविष्यवाणी कर रहे हैं? क्या वो हार चुके हैं राष्ट्रपति का चुनाव? आशुतोष के साथ चर्चा में आलोक जोशी और स्मिता शर्मा!
क्या अमेरिका को चीन ने पछाड़ दिया है? क्या कोरोना ने अमेरिका की कमर तोड़ दी है? क्या है चीन के आगे बढ़ने का राज? आशुतोष के साथ चर्चा में- पूर्व सचिव, विदेश मंत्रालय विवेक काटजू और आलोक जोशी।
रेटिंग एजेंसी बार्क ने तीन महींने के लिये रेटिंग बंद कर दी है! तो टीवी की सारी गंदगी ख़त्म? अकेले अर्णब ही ज़िम्मेदार? बाकी सब दूध के धुले? आशुतोष के साथ चर्चा में हैं- आलोक जोशी, विजय त्रिवेदी, विनोद कापड़ी, तस्लीम ख़ान, मनीषा पांडे।
क्या कोई टीवी देख किसी को जान से मार सकता है या जान से मारने की धमकी दे सकता है ? क्या कोई पुलिस कमिश्नर को भी धमकी दे सकता है ? आशुतोष के साथ चर्चा में आलोक जोशी, शाहिद सिद्दीक़ी और दीपक बाजपेयी।
रिपब्लिक टीवी और टाइम्स नाऊ पर दिल्ली हाईकोर्ट में मुक़दमा दर्ज किया गया है। फ़िल्म इंडस्ट्री के सारे बड़े लोग इस याचिका में शामिल हैं। आशुतोष के साथ आभा सिंह, कुनिका सदानंद और आलोक जोशी।
सुशांत सिंह राजपूत और बाद में कंगना रनौत के मामले में मीडिया ने शिवसेना और उनकी सरकार को जमकर घेरा। अब रिपब्लिक टीवी का नाम टीआरपी घोटाले में आने के बाद यह कहा जा रहा है कि शिवसेना हिसाब चुकता कर रही है। क्या वाक़ई में?
ख़बरों के पीछे की ख़बरों का सच। सिर्फ़ समाचार नहीं, पूरी हकीकत। न्यूज़ का सटीक विश्लेषण। ज्वलंत मुद्दों पर वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष की राय। सत्य हिंदी के लिए।
हाथरस की घटना ने पूरे देश को हिला दिया है। क्यों होती हैं इस तरह की घटनायें? क्यों दलित समाज है सवर्ण जातियों के निशाने पर? क्या है बर्बरता के असली कारण? दलित और सवर्ण समाज के बीच क्या बदल रहा है?